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नमाज़ की सुन्नते (Namaz Ki Sunnate) और उसकी तफ़्सीरी मालूमात In Hindi

नमाज़ की सुन्नते (Namaz Ki Sunnate) और उसकी तफ़्सीरी मालूमात In Hindi


नमाज़ की सुन्नते (Namaz Ki Sunnate) और उसकी तफ़्सीरी मालूमात In Hindi
Namaz Ki Sunnate

नमाज़ की सुन्नते (Namaz Ki Sunnate) की बात करे तो नमाज़ की 51 सुन्नते हैं और इसको अदा करने से नमाज़ से बेशुमार बरकते हासिल होती है जो नमाज़ छोड़ने से नहीं मिलती। 

नमाज़ की सुन्नते (Namaz Ki Sunnate) की बात करे तो नमाज़ में फ़र्ज़, वाजिब के बाद सुन्नते का अदा करना बहुत बेशुमार सवाब का काम हैं अगर नमाज़ में सुन्नते छूट जाती हैं तो नमाज़ टूटती नहीं है बल्कि हो जाती हैं। मगर वो सवाब हमें नहीं मिल पाता जो नमाज़ में सुन्नते अदा करने से मिलकारती हैं क्यू की नमाज़ सुन्नत के खिलाफ हो जाती हैं 

अगर नमाज़ में आप नमाज़ के फ़र्ज़  छोड़ देते हैं तो आप को नमाज़ दोहराना  जरुरी है और अगर वाजिब छूट जाए तो सजदा ऐ सवाह करना लाजमी हैं जरुरी है और आप की नमाज़ पूरी हो जाएंगी। 

नमाज़ में नमाज़ की कुछ जरुरी सुन्नते (Namaz Ki Sunnate) ये हैं आप पढ़े याद करे और दुसरो तक शेयर करे और ढेरो साडी नेकिया कमाए 

  • नमाज़ की सुनते (Namaz Ki Sunnate)
  • तक्बीरे तहरीमा के लए हाथ उठाना 
  • हाथों की उँगलियाँ अपने हाल पर रखना 
  • तकवीर के बाद फौरन हाथ बाँध लेना 
  • पहले सुब्हान-का  फिर अऊबुबिल्लाह और बिस्मिल्लाह पढ़ना 
  • अलहम्द के खतम पर आमीन आहिस्ता से कहना
  • रुकूअ में घुटनों पर हाथ रखना और उँगलियां न फैलाना 
  • रुकूअ में कम से कम तीन बार सुब्हाबरबियल अजीम कहना 
  • रुकूअ में जाने के लिए अल्लाहु अकबर कहना
  • रुकूअ में सिर्फ इस कदर झुकना कि हाथ घुटनों तक पहुँच जाए 
  • रुकूअ से उठते वक्त् समीअल्लाह लिमन हमिदह कहना 
  • सज्दे के लिए और सज्दे से उठने के लिए अल्लाहु अकबर कहना 
  • सज्दे में हाथ ज़मीन पर रखना 
  • कम से कम तीन वार सुब्हा न रब्बियल आला कहना 
  • सज्दे में जाने के लिए जमीन पर पहले दोनों घुटने एक साथ रखना फिर हाथ , फिर | नाक , फिर पेशानी और सज्दे से उठते वक्त इसके उल्टा करे यानि पहले पेशानी उठाए फिर नाक फिर हाथ फिर घुटने 
  • दोनों सज्दों के दरमियान मिस्ले तशहहुद के बैठना 
  • दुसरी रकअत के लिए पंजो के बल घुटनो पर हाथ रख कर उठना 
  • दुसरी रकअत के सजदों से फारिंग होकर बायाँ पाँव बिछा कर दाहिना खड़ा करके बैठना और औरत के लिए दोनों पाँव दाहिनी जानिब निकाल कर बाए सुरीन पर बैठना 
  • दाहिना हाथ दाहिनी रान पर रखना और बाया वायी पर 
  • उँगलियों को अपने हाल पर छोड़ना और उनके किनारे घुटनों के पास होना
  • शहादत पर इशारा करना
  • तशहहुद् के बाद काअंदए अखीरह में दुरुद शरीफ पढ़ना 
  • दुरुद शरीफ के बाद अर्बी में दुआ करना और बेहतर वह दुआएँ हैं जो हदीसों से मंकूल हैं 
  • अस्सलामु अलैकुम वं रहमतुल्लाह दो बार कहना पहले दाहिनी तरफ फिर बायीं तरफ
  • जुहर , मगरिव और इशा के बाद मुखसर दुआ करके सुन्नतों के लिये खड़ा हो जाना वरना सुन्नतों का सबाब  कम हो जाएगा

नमाज़ की सुन्नते (Namaz Ki Sunnate) और उसकी तफ़्सीरी मालूमात In Hindi
Namaz Ki Sunnate

नमाज़ की तफ़्सीर तरीके से  नमाज़ की सुन्नते (Namaz Ki Sunnate) और उसकी तफ़्सीरी मालूमात 


क़ियाम में ११ नमाज़ की सुन्नते (Namaz Ki Sunnate) हैं 
  1. तक्बीरे तहरीमा के वक़्त सीधा खड़ा होना और नज़रे काबा के तरफ  सर को झुकना नहीं। 
  2. सोनो पाँव के बिच में 4 उंगली जितना डिस्टेंस रखना और पाँव की उंगलियों को क़िब्ले की तरफ रखना। 
  3. मुक़्तदिनी तक्बीरे तहरीमा इम्माम की तक्बीरे तहरीमा क साथ होना 
  4. तक्बीरे तहरीमा कहते समय अपने दोनों हाथो को कानो तक उठाना 
  5. तक्बीरे तहरीमा कहते वक़त पाने दोनों हातो की उंगलिया क़िबला की तरफ रखें। 
  6. तक्बीरे तहरीमा के वक़्त अपने हाथो की सारी उंगलिया अपनी असल जगहों पर रखें मतलब वो जैसी रहती है वैसी रखना 
  7. .हाथ बांध ते वक़्त अपने दाए हाथ की हथेलियों को अपने बाए हाथ की हथलियों के पीठ पर रखना। 
  8. मर्दो को दये हाथ की तचलि छोटी ऊँगली और अंगूठे दोनों को मिला के बाए हाथ का कांडा पकड़ना 
  9. बिच वाली 3 उंगलियों को बाते हाथ की कलाई पर रखना 
  10. मर्दो को अपने हाथ नाफ के निचे बांधना 
  11. सना पढ़ना 


किरात की 7 नमाज़ की सुन्नते (Namaz Ki Sunnate) 
  1. अऊज़ुबिल्लाही पूरा पढ़ना इसको तव्वज कहते हैं 
  2. तस्मियाह यानि पूरा बिस्मिल्लाह पढ़ना 
  3. धीरे से आमीन कहना अल्हम्दो शरीफ के बाद 
  4. फ़र्ज़ और ज़ोहर में तिवाले मुफ़स्सल मतलब सौराह हुजुरत से सौराह बुर्ज तक असर और ईशा में अवसाले मुफ़स्सल मतलब सौराह बुरुज से सौराह लम यकूल तक मगरिब में किसारे मुफ़स्सल मतलब सौराह इज़ा ज़ुल्जिलात से सुरहा नास तक जी सौराह में से कोई सौराह पढ़ना। 
  5. फज़र की पहली रकत लम्बी करना 
  6. क़ुरान को नामज़ में ना जल्दी पढ़ना ना ज्यादा रुकरुक के अपनी असल स्पीड में पड़ना 
  7. फ़र्ज़ नमाज़ की तीसरी और छोटी रकत में सौराह पढ़ना 


रुकूअ की 8 नमाज़ की सुन्नते (Namaz Ki Sunnate)
  1. रुकूअ में रुकूअ की तक्बीरे पढ़ना 
  2. मर्दो को अपने दोनों हाथो से अपने दोनों पैर के घुटने पकड़ना 
  3. दोनों हातो की उनगलियो से अपने पैरो की गुटने पकड़ना पहना बनाके 
  4. पाँव की पिंडलियों को सीधे रखना 
  5. रुकूअ में मर्दो को अपनी पीठ बिछा देना 
  6. रुकूअ में मर्दो को सर और गर्दन सुरीन सीधी लाइन में रखें 
  7. रुकुम में काम से काम 3 मर्तबा सुभान रब्बियल अज़ीम पढ़ना और ज्यादा से ज्यादा 7 बार 
  8. रुकूअ से उठते समय इमाम को "समीअल्लाहहु लिमन हमीदह" कहना मुक्तदी को "रब्बना लकल हम्द" कहना


सजदे की 12 नमाज़ की सुन्नते (Namaz Ki Sunnate)
  1. सजदह की तकबीर पढ़ना 
  2. सजदे में सबसे पहले अपने दोनों घुटने रखना 
  3. उसके बाद अपने दोनों हाथ को जमीन पर रखना 
  4. नाक ज़मीन पर रखना 
  5. उसके बाद पेशानी को ज़मीन पर रखना 
  6. दोनों हाथो के बिच सजदा करना 
  7. मर्दो को सजदा करते समय अपने पेट को जांग से अलग रखना 
  8. मर्दो को बाज़ू मतलब हाथ की कोणी को पेट से अलग रखना 
  9. मर्दो को हाथ की कोणी को ज़मीन से अलग रखना 
  10. सजदे की हालत में काम से काम 3 बार सुभान रब्बियल आला कहना 
  11. सजदे से उठकर ताबीर पढ़ना 
  12. दोनों सजदे होने के बाद सबसे पहले अपनी पेशानी उठाना फिर नाक फिर दोनों हाथ फिर पैरो के घुटने इसतरहा सजदा करना और दोनों सजदों के दरमियाना इत्मिनान से बैठ न 

क़ाइदा की 13 नमाज़ की सुन्नते (Namaz Ki Sunnate)

क़ाइदा में मर्दो को दाया पाँव खड़ा रखना और बाय पाँव बिछा के उसके ऊपर बैठना और पैर की पंजो की उंगलियों को क़िब्ले की तरफ मोड़कर रखना 
क़ाइदा में दोनों हाथो के पंजो को मांडी यानि घुटनो के ऊपर रखना 
अतियातो में "अशहदु अल्लाह इलाह" दाये हाथ की शहादत की ऊँगली को उठाना और "इल्लल्लाह" पे झुका देना 
आखिर क़ाइदा में दरूद शरीफ को पढ़ना 
दरूद शरीफ के बाद "अल्लाहुम्मा इन्नी वल्लन्तो नफ्सि" ये दुआ पढ़े या "अल्लाह हुम्मा रब्बना अतेना" ये दुआ पढ़े। अगर अकेले पढ़ रखे हो तो एक से ज्यादा दुआ भी पढ़ सकते हैं जो हदीसो और क़ुरान में हो। 
दोनों तरफ यानि दाये बाए सलाम फेरना। 
सलाम की सूरत दाई तरफ से करना


तो आप को नमाज़ की सुन्नतों (Namaz Ki Sunnate) से भरी पोस्ट कैसी लगी यक़ीनन इसे पढ़ना और पढ़कर याद करना सवाब है और शेयर भी करे सवाब या इसाले सवाब की नियत से 
नमाज़ की सुन्नते (Namaz Ki Sunnate) और उसकी तफ़्सीरी मालूमात In Hindi नमाज़ की सुन्नते (Namaz Ki Sunnate) और उसकी तफ़्सीरी मालूमात In Hindi Reviewed by IRFAN SHEIKH on December 31, 2020 Rating: 5

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