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नमाज़ के मुस्तहब्बात Namaz Ke Mustahabbat In Hindi

नमाज़ के मुस्तहब्बात Namaz Ke Mustahabbat In Hindi


नमाज़ के मुस्तहब्बात Namaz Ke Mustahabbat In Hindi
Namaz Ke Mustahabbat

नमाज़ के मुस्तहब्बात Namaz Ke Mustahabbat ला सीधा सीधा मतलब होता हैं की सही तरीके से पढ़ना यानि नमाज़ में ऐसी कोई गलती ना करना जो हम जानबूझकर या अनजाने में करते हैं मसलन नमाज़ में ध्यान कहा कहा रखना। नमाज़ में जमाई आए तो क्या करना, या हाथो से कोई चीज से खेलना 

आइये जानते हैं की नमाज़ के मुस्तहब्बात Namaz Ke Mustahabbat जो नमाज़ को ख़राब करती हैं और हमें जो सवाब मिलना चाइये वो हमें नहीं मिलता हैं 


नमाज़ के मुस्तहब्बात Namaz Ke Mustahabbat


  • कंबाम की हालत में सज्दा की जगह नज़र रखना
  • रुक्कू में पाँव की पीठ की तरफ
  • सज्दह में नाक की तरफ और काअंदए में गोद की तरफ | नज़र रखना
  • पहले सलाम में दाहिने शाने की तरफ दुसरे में बाए तरफ नजर रखना
  • नमाज़ के मुस्तहब्बात Namaz Ke Mustahabbat जमाई आए तो मुंह बन्द रखना।  अगर ना रुके तो होंट दाँत के नीचे दबाए और इससे भी ना रुके तो कायम में दाहिने हाथ की पुश्त  से मुँह ढाँक ले और कयाम में न हो तो बाएं हाथ की पुश्त से 
  • बिला जुरुरत हाथ या कपड़े से मुंह ढांकना मकरूह है । 
  • तहरीमा के वक्त हाथ कपड़े से बाहर निकालना , 
  • औरत के लिये तक्बीरे तहरीमा के वक्त हाथ कपड़े के अन्दर रखना 
  • जहाँ तक बन पड़े खाँसी को रोकना 
  • कयाम की हालत में दोनों पंजों के दरमियान चार अंगुल का फास्ला होना 

नमाज़ के मुस्तहब्बात Namaz Ke Mustahabbat In Hindi
Namaz Ke Mustahabbat

कंबाम की हालत में सज्दा की जगह नज़र रखना

कंबान मतलब आप जब नमाज़ के लिए खड़े हो जाओ और नमाज़ पढ़ते वकत अपने नज़रे इधर उधर ना  भटकाते हुवे अपने नज़रे अपने दोनों पैरो के पास वाली जगह यानि अपने सजदे की जगह पर रखना और सारा धेयान अपना नमाज़ में रखना ये नमाज़ के मुस्तहब्बात Namaz Ke Mustahabbat हैं 


रुक्कू में पाँव की पीठ की तरफ

जान आप रुक्कू करते हो तो अपनी नज़रे अपने पैरो, अपने कपडे या जानमाज़ को देखने के से बचे और अपनी नज़रे अपने दोनों पैरो के दरमियान नज़ारे रखे। 


सज्दह में नाक की तरफ और काअंदए में गोद की तरफ | नज़र रखना

सजदा ये अल्लाह के बारगाह में बहुत मुबारक हैं इसलिए सजदे करते वक़त अपन ध्यान अपनी नाक की तरफ रखे और कायदे में बैठ ते वक़्त अपना सारा धेयान पाने पैरो यानि अपने मांडी अपनी गोद में रखे 


पहले सलाम में दाहिने शाने की तरफ दुसरे में बाए तरफ नजर रखना

 नमाज़ मुकम्मल होने के बाद सलाम किया जाता हैं यानि नमाज़  ख़तम होने का आगाज़ किया जाता हैं सलाम करते वक़्त पहला सलाम दाहिने यानि सीधे तरफ और दूसरा सलाम बहिने तरफ यानि उलटे तरफ करे 

नमाज़ में सलाम करते वक़्त अपनी नज़रे कांधो के तरफ रखे 


नमाज़ के मुस्तहब्बात Namaz Ke Mustahabbat जमाई आए तो मुंह बन्द रखना।  

अगर ना रुके तो होंट दाँत के नीचे दबाए और इससे भी ना रुके तो कायम में दाहिने हाथ की पुश्त  से मुँह ढाँक ले और कयाम में न हो तो बाएं हाथ की पुश्त से 


बिला जुरुरत हाथ या कपड़े से मुंह ढांकना मकरूह है । 

नमाज़ में  ऐसी कोई हचल या हरकत ना करे जिससे नमाज़ के मुस्तहब्बात Namaz Ke Mustahabbat में खलल पैदा हो इसलिए नमाज़ के दौरान कपडा मोबाइल या सामने राखी हुवी कोई भी चीज पर धेयान ना दे या उसे हाथ लगाए सारा धेयान अपना नमाज़ में रहने दे और ये मन में ख़याल करे की अल्लाह आप को देखरहा हैं  


तहरीमा के वक्त हाथ कपड़े से बाहर निकालना , 


औरत के लिये तक्बीरे तहरीमा के वक्त हाथ कपड़े के अन्दर रखना 


जहाँ तक बन पड़े खाँसी को रोकना 

नमाज़ के मुस्तहब्बात Namaz Ke Mustahabbat ये है की खासी को रोके आप अगर पहले से ही कोई चीज पर धेयान नहीं देंगे तो हम दावे से कहसकते है की आप को खासी भी नहीं आएंगी या अगर आ भी गई तो आप रोकने में कामियाब हो जाएंगे ये अल्लाह रहीम हैं 

अगर आ भी गई तो खासते वक़त आवाज़ को बुलंद ना करे और आहिस्ता से खासे ताकि आप नमाज़ मस्जिद में पढ़ रहे हो तो किसी को परेशानी न हो और आप के खांसने से किसी का धेयान ना भटके और नमाज़ में खलल पैदा ना हो 


कयाम की हालत में दोनों पंजों के दरमियान चार अंगुल का फास्ला होना 

जा आप नमाज़ में खड़े रहे तो अपने पैरो को ज्यादा ना फैलाए और अपने दोनों पैरो यानि अपने दोनों पंजो के दरमियान फासला सिर्फ चार उंगल रखे 

नमाज़ के मुस्तहब्बात Namaz Ke Mustahabbat In Hindi
Namaz Ke Mustahabbat


इस तरह नमाज़ के मुस्तहब्बात Namaz Ke Mustahabbat हैं जो आप को नमाज़ के दौरान याद रखना चाहिए इसे एक और बार पढ़े याद करे और दुसरो तक भी शेयर करे और ढेर सरे निकिया कमाए 

नमाज़ के मुस्तहब्बात Namaz Ke Mustahabbat In Hindi नमाज़ के मुस्तहब्बात Namaz Ke Mustahabbat In Hindi Reviewed by IRFAN SHEIKH on December 31, 2020 Rating: 5

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